मेघनगर को प्रदुषित करने वाले केमिकल उद्योगपतियों ने बनाया अपना अलग ओद्योगिक संगठन
पदाधिकारी बने प्लांटों के कर्ताधर्ता ही मेघनगर की हवा पानी में जहर घोलने के जिम्मेदार
मेघनगर-देश जहाँ कोरोना संकट से लड़ रहा है कई संगठन अपने अपने हिसाब से क्षेत्र के लोगो की मदद करने में लगे है मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार बने हफ़्तों बीत गये किन्तु कोरोना महामारी के चलते मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अपना मंत्रिमंडल भी नही बना पा रहे है सरकार और प्रशासनिक अमला रात दिन एक कर यहाँ कोरोना संकट से लोगो को उबारने मे लगे है किन्तु मेघनगर में बीते दिनों केमिकल उद्योग के कुछ एक उद्योगपतियों ने यहाँ औद्योगिक संगठन पर कब्जा करने की नीयत से मेघनगर ओद्योगिक क्षेत्र का एक अलग औद्योगिक संगठन बना दिया।इस ओद्योगिक संगठन के जो लोग पदाधिकारी बनाये गए है उन्ही के केमिकल प्लांटों पर मेघनगर की शुद्ध हवा में जहर घोलने का आरोप लगता रहा है।कई बार प्रदूषण विभाग की टीम ने इनके उद्योगो को बन्द करवाया।यहाँ केमिकल उद्योगो द्वारा पृथक औद्योगिक संगठन बनाने की टाइमिंग पर भी प्रश्न खड़े होना लाजमी है की आखिर संकट के इस समय जल्दबाजी में आखिर क्यों केमिकल फैक्ट्रियों के प्रतिनिधियों ने यह कदम उठाया।मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने के गम्भीर आरोपो के बीच कोरोना महामारी से निपटने में सहयोगी बनने के काम को प्राथमिकता नही देते हुवे आठ दस केमिकल उद्योगो ने अपनी ढपली अपना राग बजाते हुवे मेघनगर ओद्योगिक क्षेत्र में एक नया औद्योगिक संगठन बना लिया गया।इस प्रकार बनाया गया यह औद्योगिक संगठन जिसमे सिर्फ और सिर्फ केमिकल फैक्टरियों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाना और अन्य औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को इसमे जगह नही देना इस संगठन की मंशा पर कई प्रश्न खड़े कर रहा है। औद्योगिक संगठन का केमिकल स्वरूप जहरीले केमिकल की मार झेल रहे मेघनगर क्षेत्र के लोगो के लिये अभिशाप तो होगा ही साथ ही पीने के पानी को और मेघनगर की हवा में जहर को बढ़ावा देना ही साबित होगा।बड़ी बात तो यह भी है कि मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में केमिकल उद्योगो के अलावा खाद,पानी,मैग्नीज के साथ ही कॉटन,सीमेंट आधारित उद्योग भी संचालित हो रहे है ऐसे में केमिकल उद्योगो के कर्ता धर्ताओं द्वारा चोरी छुपे सभी उद्योगो के प्रतिनिधियो को विश्वास में लिए बिना इस तरह के औद्योगिक संगठन बनाने को लेकर केमिकल उद्योगो के अलावा दूसरे उद्योग इसके विरोध में मुखर है तो मेघनगर की आबो हवा को प्रदूषित करने वाले अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते दिखाई दे रहे है।
कोरोना संक्रमण के बीच मेघनगर को प्रदूषित करने वाली केमिकल फैक्ट्रीयो के संचालकों ने बनाया अलग औद्योगिक संगठन, मेघनगर की शुद्ध हवा एवं जल को प्रदूषित करने के लगते रहे हैं इन पर आरोप