कुशाग्रसिंह तंवर
पाठकगण को सादर नमन्। गत वर्ष हमने सम्पूर्ण श्रावण मास भगवान शिव से संबंधित व्रत-पूजा-कथा आदि का आप सभी से परिचय करवाया था। इस वर्ष की इस नवीन शृंखला में भी हमारा प्रयास होगा कि पाठकों को ज्ञान लाभ हो।
इस समय सभी विद्यार्थी परीक्षा की तैयारियों में व्यस्त है। इसी हिसाब से आज हम विद्या एवं बुद्धि प्राप्ति के सरल उपाय बता रहे हैं जिन्हें सभी लोग, विशेषकर विद्यार्थियों को जीवन में अपनाना चाहिए, जिससे वे अपने विवेक के माध्यम से जीवन की प्रत्येक परीक्षा में सफलता पा सकें।
यदि विद्यार्थीगण नित्य जीवन में निम्नलिखित उपाय अपनाएं तो न केवल वे परीक्षाओं में सफल होंगे अपितु उनके विवेक एवं प्रज्ञा का भी विकास होगा।
प्रतिदिन मां सरस्वती की वंदना करें।
बुधवार को गणेशजी का विधिवत पूजन करें।
गणपति अथर्व शीर्ष का नित्य पाठ करें।
संभव हो तो प्रतिदिन 'ऊँ ऐं सरस्वत्यै नम:Ó के 108 जप करें।
पढऩे-लिखने के स्थान को साफ-स्वच्छ बनाए रखे।
पढऩे के स्थान के सामने पीले कागज पर लालवृत्त बनाकर वृत्त में ऊँ लिखें एवं प्रतिदिन उसका दर्शन करें।
निरंतर प्रयास के साथ ये उपाय विद्यार्थियों को अतिशय रूप से लाभांवित करते हैं।