विशेष साक्षात्कार...
टेलेंट के साथ किस्मत साथ दे तो चमक
जाते हैं सितारे...
अंतरा मित्रा एक भारतीय गायक हैं। अंतरा मित्रा ने अपने गायिकी के करियर में कई गानें गाएं हैं। अंतरा मित्रा का जन्म 10 जुलाई 1987 को हुआ था। अंतरा मित्रा ने साल 2006 के इंडियनन आइडल सीजन 2 में भाग लिया था। लेकिन जब वह इस प्रतियोगिता से बाहर हो गई तो म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक ने अंतरा मित्रा को पहला ब्राक दिया। अंतरा मित्रा पश्चिम बंगाल के मसलंदपुर से ताल्लुख रखती हैं। अंतरा मित्रा ने कई भाषाओं जैसे हिंदी, उर्दू, बंगाली और अंग्रेजी आदि भाषाओं में गाने गाएं हैं। अंतरा मित्रा ने अरिजीत सिंह के साथ कई गाने गाएं हैं। जैसे गेरुआ, जनम-जनम आदि। अंतरा का फिल्म राजनीति का गाना भीगी सी-भागी सी काफी पॉपुलर हुआ था। इम्तियाज अली की फिल्म में गाना अंतरा को बहुत अच्छा लगा और अलग ही अनुभव रहा। जब वी मेट हो, तमाशा, रणवीर हो या लव आज-कल की दीपिका पादुकोण हो जबरदस्त कैरेक्टर है। अंतरा में चैतन्य लोक से साक्षात्कार के दौरान कई बातें साझा कीं।
जि सका 'रंग दे तू मोहे गेरुआÓ, 'साड़ी के फाल साÓ इन गानों के साथ नाम जुड़ा हुआ है और वह है अंतरा मित्रा। उनका पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बनगांव प्रखंड के एक कसबे मच्छलंदपुर से मुंबई का सफर बड़ा रोमांचक रहा है। अंतरा को बॉलीवुड में मुकाम बनाने का कोई सिल्क रूट नहीं मिला। इंडियन आइडल में ऑडिशन देने से ले कर बॉलीवुडी गायकी की दुनिया में अपने लिए एक मुकाम हासिल करने के लिए अंतरा ने रात दिन एक किया है। आज सफलता उनके कदम चूम रही है. लेकिन अंतरा जब कभी पीछे मुड़ कर देखती हैं, तो बहुत सारे उतार चढ़ाव इन रास्तों में उन्हें नजर आते हैं. वे जानती हैं कि आगे भी उनका इन उतार चढ़ाव से सामना होता रहेगा. लेकिन इस के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं। 'इंडियन आइडल सीजन-2Ó में अंतिम 5 में पहुंच कर अंतरा का सफर थम गया था. इस सीजन के लगभग छोर में पहुंच कर भी किनारा नहीं मिला। अंतरा कंपीटिशन से बाहर हो गईं. पहले राउंड में अंतरा ने गाना गाया था, 'रंगीला रेÓ जिसे सुन कर अनु मल्लिक ने कहा था कि लगता है मुझे मेरा प्लेबैक सिंगर मिल गया। उस दिन सोनू निगम के मुंह से भी निकला था कि बहुत खूब। अगले राउंड में जब अंतरा ने गाया, 'रुकी रुकी थी जिंदगीÓ तो अनु मल्लिक ने कहा था कि तुम अगले राउंड में जा रही हो. फिर अगले राउंड में उस ने गाया, 'मोरनी बागां में नाचेÓ जिसे सुनते ही अनु मल्लिक बस चीख पड़े कि फैंटैस्टिक सिंगिंग. मैं श्योर हूं कि मैं इसी को ढूंढ़ रहा था। वहीं सोनू निगम ने कहा कि तुम्हें पा कर अच्छा लग रहा है, क्योंकि तुम हर तरह का गाना गा सकती हो। 'मोरनी बागां में नाचेÓ और 'रुकीरुकी थी जिंदगीÓ गानों पर अंतरा के लिए सब से ज्यादा एसएमएस भेजे गए। लेकिन अंतत: अंतरा 'सीजन-2Ó से बाहर हो गईं। मगर अंतरा ने हार नहीं मानी। इस के बाद उन्होंने 2008 में 'जनून कुछ कर दिखाने काÓ नामक म्यूजिक रिऐलिटी शो में भाग लिया। लेकिन इन सब से कुछ खास नहीं बन पाया। अंतरा को बंगाल लौटना पड़ा, लेकिन यहां उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था। इसलिए वह वापस मुंबई आ गईं। मुंबई में वह प्रीतम चक्रवर्ती के स्टूडियो गईं. प्रीतम ने उन्हें 'लविंग यूÓ गाना गाने को कहा। सोनू निगम भी इंडियन आइडल से अंतरा को पहचानते थे. सोनू निगम के साथ 'स्पीडÓ फिल्म का गाना 'लविंग यूÓ गा कर उनके आत्मविश्वास में इजाफा हुआ। प्रीतम ने श्रेया घोषाल के साथ 'जब वी मेटÓ के लिए 'ये इश्क हाय, बैठे बैठाए जन्नत दिखाएÓ गवाया। यह गाना हिट रहा, लेकिन सारा क्रैडिट श्रेया घोषाल को गया। लेकिन प्रीतम ने फिर मौका दिया। इस बार 'लाइफ पार्टनरÓ, फिल्म के लिए 'कूकेकूके कोयलियाÓ गवाया। अंतरा का कहना है कि आखिर इंडियन आइडल शो में नहीं आती तो शायद ही मैं इस मुकाम पर होती। मैं बहुत बड़े परिवार से नहीं हूं। मुंबई में अपने पैसों से ही आती और ये सब मैं नहीं कर पाती। शो का प्रभाव है कि आज मुझे पहचान मिली है। लोगों ने मुझे टेलीविजन देखा, पसंद किया और प्यार दिया, मेरा कॅरियर संवारने के लिए इंडियन आइडियल का बड़ा योगदान है। अंतरा ने कहा कि उनके पापा संगीत टीचर हैं और बचपन से ही घर में संगीत का माहौल रहा और मैं इकलौती हूं। माता-पिता चाहते थे कि मैं संगीत सीखूं। पढ़ाई में बहुत ब्राइट स्टूडेंट थी, तो सोचा था कि डॉक्टर-इंजीनियर बन जाऊंगी, लेकिन पढ़ाई के बाद सोचा कि संगीत में कोशिश करते हैं। आज संगीत मेरा कॅरियर और काम बन गया है।
अंतरा हायर सेकेंडरी के बाद कल्याणी विश्वविद्यालय में अंग्रेजी साहित्य में पढ़ाई करने लगीं। मगर महज कुछ महीने ही पढ़ाई हुई। इस बीच इंडियन आइडल में ऑडिशन का मौका मिला। अत: इंडियन आइडल के लिए ऑडिशन देने के लिए वे पिता के साथ मुंबई के स्टूडियो पहुंचीं। स्टूडियो में कंपीटिशन के लिए हुजूम को देख कर अंतरा थोड़ा घबरा गईं. फिर जब पता चला कि सोनू निगम ऑडिशन लेंगे तो अंतरा के हाथपांव ही ठंडे हो गए। तब पिता ने हौसला बढ़ाते हुए यही कहा था कि इतनी दूर पहुंचना ही बड़ी बात है। इस से ज्यादा कुछ हो जाता है, तो वह बोनस होगा। इसलिए चिंता मत करो. अपना बेस्ट देने की कोशिश करो। दिल खोल कर गाओ। और अंतरा ने दिल से गाया। आज भी पिता की बात को याद कर के अंतरा दिल से गाने की कोशिश करती हैं। कई बार ये सारी चीजें हमको हमारी किस्मत से मिलती है। किस्मत साथ देती है तो हमारे सितारे भी चमकने लगते हैं। कभी-कभी प्रतिभा होते हुए भी किस्मत साथ नहीं देती तो कॉलेज का प्रोफेसर का बनकर रहना पड़ता है। कई बार जो क्लास में टॉपर रहते हैं उनको वह जगह नहीं मिल पाती। माइक पर गाना अलग बात है। म्यूजिक स्टूडियो में गाना अलग और फिल्मों में गाना भी अलग बात है। टेलीविजन में फिट होते हैं तो स्टेज पर जाने के लिए हिट हो जाते हैं। जैसे रानू मंडल को किस्मत ने रातों रात बुलंदी पर पहुंचा दिया। गानों में कई विकल्प हैं। सभी सिंगर अच्छा गाते हैं। गाना केवल सिंगर से ही हिट नहीं होता, कम्पोजर से बहुत अच्छी तरह गाना कम्पोज होता है तो वह पसंद आता है। हिमेश रेसमिया तो कम्पोज भी स्वयं करते हैं और गाते भी हैं। वे हिटमेकर हैं। फिल्म इंडस्ट्रीज में बहुत अच्छे सिंगर आए हैं। पुराने दौर में लता जी, आशा जी, अलका याग्निक, कविता कृष्णमूर्ति, आदि ने बहुत ही सुरीली आवाज दी है। अलीसा, श्रेया घोषाल लाजवाब हैं। आशा जी और किशोर दा ने अलग-अलग अंदाज में गाने गाए हैं। प्रीतम दा, इम्तियाज वाले गानों की कोई जोड़ नहीं है। मौजा-ही-मौजा, चोर बाजारी, या बनी तेरी राधा हो, एक से एक अमेजिंग गाने दिए हैं। मुझे बहुत खुशी है कि मैं भी इसका एक हिस्सा हूं और मुझे इतने बड़े और महान लोगों के साथ काम करने का मौका मिला। अंतरा एक बार फिर इस मुकाम पर पहुंचने के लिए इंडियन आइडियल का ही योगदान मानती हैं।
इसके बाद उन्हें मीका सिंह के साथ भी गाने का मौका मिला. आखिरकार बात बनी फिल्म 'राजनीतिÓ से मोहित चौहान के साथ 'भीगी सी भीगी सीज्Ó गाने से अंतरा के पैरों को थोड़ी सी जमीन हासिल हुई. फिर तो साजिद वाजिद के संगीत पर भी गाने का मौका मिला.
कोलकाता से लगभग 80 किलोमीटर और ढाई घंटे की दूरी पर वनगांव के मच्छलंदरपुर नाम के एक कसबे में पलीबढ़ी अंतरा मित्रा के पिता म्यूजिक ट्यूटर रहे हैं. संगीत से लगाव पिता की ही देन है. पिता सलिल चौधरी के बड़े प्रशंसक रहे हैं. इसीलिए सलिल चौधरी की बेटी के नाम पर ही अंतरा का नाम रखा था. शुरू से ही पिता ने गायकी के लिए अंतरा को तैयार करना शुरू कर दिया था. बाद में शोभना मुखर्जी के पास अंतरा ने विशुद्ध शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लिया.
मुंबई के संघर्ष के दिनों को अंतरा बड़ी शिद्दत से याद करती हैं. दरअसल, मुंबई जब वे दोबारा लौटीं तो पेइंगगेस्ट की तरह रहना पड़ा. 1 कमरे के फ्लैट में 3 पेइंगगेस्ट थे. बेंत के सोफे पर कुंडली मार कर सोना पड़ता था. इस तरह सोने पर सारा दिन बदन में दर्द रहता था.
फ्लैट की मालकिन थोड़ी सनकी थीं. एक दिन नींद से जगा कर बताया कि तीनों के दिन इस फ्लैट में पूरे हो चुके हैं. बाकी दोनों को उनके बॉयफ्रैंड्स ने इंतजाम करा दिया. अंतरा अकेले रह गईं. तब हेमंत मुखर्जी की भतीजी अरुनिता मुखर्जी के यहां सिर छिपाने की जगह मिल गई.वह 1 महीना वहीं रहीं.
प्रीतम, अनुराग बसु के परिवार ने अंतरा को भावनात्मक सहारा दिया. अंतरा इनके घर का सदस्य सी बन गईं हैं
शाहरुख से पहली मुलाकात
'रंग दे तू मोहे गेरुआज्Ó गाने की सफलता को अंतरा बहुत अधिक महत्त्व नहीं देती हैं. वे कहती हैं कि अभी तो बहुत दूर जाना है. अंतरा शाहरुख खान की बड़ी फैन हैं. वे बताती हैं कि शाहरुख की फिल्म 'कुछ कुछ होता हैÓ जब रिलीज हुई थी, तब वे छठी क्लास में पढ़ रही थीं. फिल्म में काजोल का हेयरकट उन्हें बहुत भाया था. वैसे ही बाल कटवा कर वे साइकिल से मच्छलंदपुर घूमती थीं. लेकिन प्रीतम के स्टूडियो में शाहरुख खान को देख कर उनके हाथपांव ठंडे पड़ गए.
वे बताती हैं कि प्रीतम का स्टूडियो उस के अंधेरी वेस्ट फ्लैट के करीब है. कई बार ऐसा हुआ है कि जब कभी शाहरुख खान प्रीतम का स्टूडियो आते तब प्रीतम अंतरा को शाहरुख को गाना सुनाने के लिए बुला लेते. प्रीतम गिटार बजाते और अंतरा गा कर शाहरुख को सुनातीं.
अंतरा कहती हैं कि काजोल के लिए गाना था, तो वे बहुत नर्वस थीं. दरअसल, काजोल के लिए अब तक अलका याज्ञनिक ही गाना गाती रही हैं. ऐसे में उन का गला काजोल पर फिट बैठेगा या नहीं, सोच सोच कर घबराहट होती थी.
अंतत: वह दिन आ गया जब 'रंग दे तू मोहे गेरुआज् गाने के लिए प्रीतम ने बुलाया.
रात 2 बजे फाइनल रिकॉर्डिंग कर के शाहरुख को भेजना था ताकि आइलैंड में शाहरुख काजोल शूटिंग कर सकें. अंतरा को रात में हुई रिकॉर्डिंग पर भरोसा नहीं हो रहा था. अंतरा ने प्रीतम को फिर से रिकॉर्डिंग के लिए मना लिया. फिर से रिकॉर्डिंग कर के शाहरुख को भेजा गया. लेकिन शाहरुख को रात की रिकॉर्डिंग ही पसंद आई. इस गाने का श्रेय अंतरा संगीतकार प्रीतम को देती हैं.
बहरहाल, 9 साल के बाद अंतरा अपना एक मुकाम हासिल कर पाई हैं. बौलीवुड में अंतरा मित्रा रोमांटिक गानों की एक नई आवाज के रूप में उभर रही हैं.