अमरीका ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी करके दावा किया है कि सऊदी अरब के प्रमुख तेल ठिकानों पर हमले के पीछे ईरान का हाथ है.
सैटेलाइट तस्वीरों के अलावा अमरीका ने इस बाबत ख़ुफ़िया जानकारी होने का भी दावा किया है.
शनिवार को सऊदी तेल ठिकानों पर हुए हवाई हमले में किसी संलिप्ता से ईरान ने साफ़ इनकार किया है. इस हमले के लिए पहले यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को ज़िम्मेदार माना जा रहा था.
इस हमले के बाद दुनिया भर में तेल आपूर्ति में पांच प्रतिशत की कमी देखने को मिली है और पेट्रोलियम तेल की क़ीमतों में काफ़ी वृद्धि देखने को मिली है.
अमरीका क्या कह रहा है?
अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने बीते सप्ताह इस हमले के लिए ईरान पर बिना किसी सबूत के आरोप लगाया था.
इसके बाद रविवार को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने ईरान का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि जब हमलावर का पता चल जाएगा तो उसके ख़िलाफ़ सैन्य कार्रवाई की जाएगी.
अमरीकी अधिकारी गोपनीयता के साथ न्यूयार्क टाइम्स, एबीसी और रायटर्स के साथ बात कर रहे हैं.
एक अधिकारी ने मीडिया को बताया है कि ये हमला पश्चिमी-उत्तरी-पश्चिमी दिशा से हुआ है, यह यमन में हूती विद्रोहियों का इलाक़ा नहीं है. हूती के नियंत्रण वाला इलाक़ा सऊदी तेल ठिकानों के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है.
न्यूयॉर्क टाइम्स अख़बार ने अमरीकी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि ड्रोन और क्रूज़ मिसाइल दोनों हमले के लिए तैनात किए गए थे लेकिन ये सब अबक़ीक़ और ख़ुरैस के तेल ठिकानों पर निशाना नहीं लगा पाए.